फ्यूचर लाइन टाईम्स
दादरी : मेन जीटी रोड दादरी पर रॉयल आई केयर सेंटर द्वारा लोगों की आंखों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जांच एवं चश्मे के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है। दादरी रॉयल आईकेयर की आमजन द्वारा पूर्व में भी अनेक बार जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग अधिकारी से शिकायतें हो चुकी है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही उसके खिलाफ नहीं की गई है। नाम न छापने की शर्त पर एक आंखों के पेशेंट ने फ्यूचर लाइन टाइम के संवाददाता को बताया कि रॉयल आई केयर सेंटर लोकल चश्मौं को ओरिजिनल के रेट से बेच रहा है। लोकल चश्मौं की अत्यधिक मूल पर बिक्री की जा रही है. मेने ₹7000 में लिया गया चश्मा जिस की कमी के कारण वापस बदलने के लिए गया। लेकिन दुकान पर बैठी महिला ने चश्मा लेने से मना कर दिया और कहा कि यह चश्मा हमारी दुकान से नहीं लिया गया है। क्योंकि जब मैंने बिल मांगा था तो रॉयल आई केयर सेंटर की मालकिन राजेश कुमारी ने मुझे बिल देने से मना कर दिया था। और बोला जब कोई परेशानी आए आप हमारे पास डायरेक्ट आ जाना कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन लोकल गिलास चश्मे में होने के कारण आंखों की रोशनी पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। शरीर का महत्वपूर्ण अंग आंख होती हैं। खराब वे लोकल क्वालिटी के चश्मौं की वजह से मेरी रोशनी धीरे-धीरे कम हो गई है। बिल के नाम पर भी रॉयल आई केयर सेंटर टालमटोल करता है। सीधा-साधा उपभोक्ता जैसे डॉक्टरनी कहें उनकी मानकर घर को चला जाता है जब किसी कमी के कारण वापीस चेंज करने की बारी आती है तो बहाना बनाकर यह कहती है यह चश्मा हमारी दुकान से नहीं लिया गया। रॉयल आई केयर सेंटर पर अनुभवी डॉक्टर ने होने की वजह से कंप्यूटर द्वारा आंखों की जांच के नाम पर आम जनता को ठगा जा रहा है। सुचना के अनुसार रांयल आई केयर की मालकिन डॉक्टर राजेशकुमारी दादरी के स्व.शोभाराम शर्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दादरी गौतम बुद्ध नगर सरकारी हास्पिटल नेत्र विभाग में नेत्र परीक्षण अधिकारी है। ड्यूटी पर होने के बावजूद रॉयल आई केयर प्राइवेट सेंटर का संचालन कर रही है । डाक्टर राजेशकुमारी अधिक समय रॉयल आई केयर सेंटर पर ही देती है। बताया जाता है की जो सरकारी हॉस्पिटल में आंखो के मरीज आते हैं उनको रॉयल आई केयर सेंटर जीटीरोड पर रेफर किया जाता है जिन से मोटी फीस वसूली जाती। मैडम का धन्धा लोकल चश्मों से खुब फल फुल रहा है। न्यूज़ के माध्यम से मेरा निवेदन है रॉयल आई केयर सेंटर पर उचित कार्रवाई करते हुए सीलबंद किया जाए।
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