फ्यूचर लाइन टाईम्स
धीरेन्द्र अवाना
ग्रेटर नोएडा : सपा नेता श्याम सिंह भाटी ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अध्यादेश के जरिए मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करने वाले यूपी श्रम अधिनियम में बदलाव पूरी तरह से अमानवीय व अलोकतांत्रिक है क्योंकि यह बदलाव 3 वर्ष तक प्रभावी रहेंगे ऐसे लंबे अवधि तक मजदूरों का शोषण होता रहेगा और कहा की आज मजदूर अपने अधिकारों को लेकर अनिश्चितता और भय के मझधार मे फंसा हुआ है प्रदेश सरकार द्वारा अध्यादेश के माध्यम से श्रम कानूनों में किए गए अमानवीय व अलोकतांत्रिक बदलावों को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करने वाले श्रम कानून के अधिकांश प्रावधानों को 3 साल के लिए स्थगित कर दिया है क्या आपदा की कीमत मजदूर ही चुकाएंगे देश के विभिन्न शहरों में रह रहे मजदूरों को वेतन प्राप्त नहीं हुआ है ऐसे में श्रम कानूनों को सख्त करने की जरूरत थी लेकिन सरकार ने उल्टे इस कानून को और कमजोर कर दिया राज्य में नए निवेश और पहले से स्थापित संस्थाओं कारखानों के लिए कानूनों में 3 वर्ष के लिए छूट दे दी है आपदा की सबसे अधिक मार मजदूरों पर ही पड़ रही है क्या आपदा के बाद भी मजदूरों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी
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