सरकार में बैठे नेता व नोकरशाह स्वेदनहींन है! रघुराज सिंह
फ्यूचर लाइन टाईम्स
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नोएडा : कोरोना तो महामारी है ही देश मे, मगर सबसे बड़ी महामारी भुखमरी है जो देश की 100 करोड़ जे ज्यादा जनता के सामने मुँह फाडे खड़ी है, जिसका सरकार इलाज करने के बजाय पल्ला झाड़ने की तैयारी में है !जल्द ही कोई नया इवेंट होने वाला है मीडिया भी महिमामंडन करने को तैयार बैठा है ! सुप्रीमकोर्ट ने भी सुमोटो लेकर इतिश्री कर ली है । कोर्ट का निर्णय कैसा होता है वो अभी हाल में रिटायर्ड जस्टिस गुप्ता ने देश के सामने रख दिया था! कोरोना वैसे देश के बड़े शहरों से चलकर गॉंवों में पहुँच रहा है ।इसके लिये नेता और नोकरशाह इन श्रमिको और दहाड़ी मजदूरों व स्वम कामगारों को ही जुम्मेवार ठहरायेगी । दुर्भाग्य है देश का जो भट्टा बैठाया है वो नेताओ से ज्यादा नोकरशाहो ने बैठाया है । नेता भी दोषी है, मगर उनके साथ कच्चे लालच,जाति, धर्म,ऊँच, नीच,दलित,पिछड़े, अगड़े आदि के चक्कर मे जनता भी कहीं ना कहीं दोषी है जो लालची,स्वार्थी धंदेबाज लोगो को संसद व विधानसभाओ में भेजती है । उसी का नतीजा है जो आज करोड़ो लोग सड़क पर भूखे मरने के लिये पड़े है और सरकार में बैठे नेता व नोकरशाह स्वेदनहींन है ।
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