फ्यूचर लाइन टाईम्स
मनोज तोमर
ग्रेटर नोएडा : डाo पूनम वर्मा सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारणी महिला उन्नति संस्था भारत ने कहा कि सरकार द्वारा शराब के ठेकों को खोले जाने का फैसला जनता विरोधी हैं । सरकार के इस फ़ैसले से बच्चों तक को भूखा मरना पड़ेगा । लॉकडाउन के चलते प्रदेश में लाखों लोगों के पास ना ही कुछ काम हैं और न ही कुछ ख़ाने को बचा हैं । ऐसे में सरकार ने शराब के ठेकों को और खोले दिया हैं । इसका सीधा असर यह होगा कि जिन लोगों के पास थोड़ा बहुत पेसा बचा हैं उसे शराब पर खर्च कर देंगे और परिवार कि महिलाए बच्चों व अन्य लोग भूखा मरने को मजबूर हो जाएंगे । गरीब लोगों को शराब कि लाईन में खड़ा देख अब मदद करने वाले लोग भी पीछे हटने लगे हैं । लॉकडाउन में लोग घरों में केंद हैं जब ऐसे में उन्हें दारू मिल जाएगी तो घरों में महिलाओं बच्चों व अन्य लोगों के साथ कलेश रोजाना मारपीट का माहौल बना रहे हैं । साथ ही शराब के ठेकों पर लगी भीड़ कोरोना जेसी भयानक बीमारी को न्यौता दें रही हैं । प्रदेश सरकार से अपील हैं कि वह अपने इस फ़ैसले पर विचार कर शराब के ठेकों को बंद करने का आदेश दें । अन्यथा संस्था महिलाओं व बच्चियों पर होने वाले अत्याचारों के ख़िलाफ़ आवाज बुलंद करेंगी ।
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