फ्यूचर लाइन टाईम्स.. . धीरेंद्र अवाना
नोएडा।अपराध पर निरंतर अंकुश लगाने वाली नोएडा पुलिस ने आज एक बड़ी सफलता हासिल की जब थाना सैक्टर-39 पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।जो लोगों के साथ धोखाधड़ी कर अवैध धन अर्जित करते थे।आपको बता दे कि पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के निर्देश पर जिले में अपराधियों के खिलाफ निरंतर कारवाई हो रही है।इसी क्रम में थाना सैक्टर-39 के थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस ने थाना क्षेत्र के सैक्टर 105 में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है और मौके से सात लोगों को गिरफ्तार किया है। कॉल सेंटर के मालिक सहित चार लोग फरार हैं।अपर पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार देर रात को थाना सेक्टर 39 पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर 105 के सी- 213 स्थित मकान में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है।सूचना के आधार पर पुलिस ने वहां छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से सात लोगों को गिरफ्तार किया।पकड़े गये अभियुक्तों की पहचान जुगल सेठी पुत्र गोपाल सेठी और निखिल सेठी पुत्र गोला सेठी निवासी पालीपाटा चाल बैन्ड्रा बेस्ट अन्धेरी बेस्ट मुम्बई,तौफीक कजानी पुत्र इकबाल कजानी निवासी फ्लैट न0 204 कंचनजंघा सोसाइटी कस्टम रोड चालाबापी बलसाड गुजरात, हिमेश बान्देकर पुत्र चन्द्राकांत बांदेकर निवासी माथुरू पिनू छाया पाटिल पाडा खार दाण्डा अन्धेरी वेस्ट मुम्बई,एडवर्डगोम्स पुत्र मोरिलो गोम्स निवासी म0न0 1 तोमेस हाउस यशवन्तनगर जिला अन्धेरी शान्ताकुन्ज मुम्बई,
सैफ सैय्यद पुत्र इरफान सैय्यद निवासी 78ए रूम न0 3 गोविन्द आश्रय बिल्डिग खार दाण्डा अन्धेरी मुम्बई और गणेश ओमप्रकाश शर्मा पुत्र ओमप्रकाश शर्मा निवासी खार दाण्डा बीपा गली जिला अन्धेरी मुम्बई के रुप में हुयी।जबकि इनके फरार साथियों की पहचान धवल उर्फ देवेन्द्र,राकेश उर्फ गूरूदेव केसरी नि0 बिहार,गवीन एन्थोनी पुत्र एन्थोनी मिरान्डा निवासी सैंट एन्थोनी सान्ता कुन्ज ईस्ट मुम्बई,
प्रवीन और अभिनाम के रुप में हुयी।जिनके कब्जे से 25 डेस्कटाँप,23 सी.पी.यू,23 की-बोर्ड 23 माउस,25 हैड फोन,11 स्वीच,02 ब्राडबैन्ड,02 वाई-फाई राउटर,75 छोटी बडी केवल, एक आधार कार्ड ।
एक पासपोर्ट, 02 पासबुक
एक आईकार्ड स्टेट बैंक आफ कुवैत का,एक पल्सर
मोटर साईकिल बरामद हुयी। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया हम लोगों का एक गिरोह है जिसका सरगना धवल उर्फ देवेन्द्र है।हम लोग यहा फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को गुमराह करके पैसे अर्जित करते है।हम लोग
वायस ओवर आई पी (वीओआईपी) के माध्यम से विदेशी लोगों से बात करते थे और विदेशी लोगों को विभिन्न बातों का भय दिखाकर उन्हें धमकाते थे तथा उनसे अपने खातों में रकम हस्तांतरित करवा लेते थे।अपर आयुक्त उपायुक्त ने बताया कि पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस छापे मार रही है ।
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