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मजबूर मजदूर  घर वापसी के लिए परेशान !

फ्यूचर लाइन टाईम्स



महाराष्ट्र  : मजबूर मजदूर  घर वापसी के लिए परेशान , वसई अपने गॉव चालीस गॉव जाने के लिए कड़ी धूप में निकले पैदल एैसी हालात दिहाड़ी मजदूरों की जिन के साथ मासूम बच्चो के पैर में चप्पल तक नहीं थे तकरीबन 10 किलो मीटर का सफर करके वसई एस टी बस डिपो पहुचे तो उन यात्री पर वसई पोलिस स्टेशन में कायर्रत हवलदार अमित चन्दन शिवे और दूसरे हवलदार प्रवीण ढगे व समाज सेवक निलेश राव भावुक हो गये सब से पहले उनको खाने को पुछने पर खाने का इंतजाम किया उसके बाद उनको गॉव पहुचाने की कोशिश में लग गये हमारे संवाददाता ने जब वसई एस टी परिवाहन निरिक्षक से बात किये कि चालीस गॉव जाने के कोई बस की सुविधा है तो जवाब में उनको शासन द्वारा दीये गये निर्देश को बता कर अपने पल्ले को झाड़ बताया कि अगर कोई भी व्यक्ति यात्रा करने का इच्छा रखता है तो उसको प्रति किलो मिटर 44रूपया देना होगा और जो भाड़ा लिया जायेगा वो दोनो तरफ का भाड़ा यात्री को भरना पड़ेगा ये महाराष्ट्र शासन का आदेश है 
लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा के बाद डेढ़ महीने से मजदूरों के पास काम नहीं है। पैसे-पैसे के लिए मुहताज मजदूरों को भरपेट भोजन भी नहीं मिल पा रहा। यहां रोजाना बढ़ रही कोरोना (Corona) मरीजों की संख्या को देखते हुए भी प्रवासी मजदूर चिंतित हैं। पलायन के सिवाय उनके पास दूसरा कोई चारा नही है ये मजदूरों का पलायन जारी है। ट्रेन नहीं मिल रही तो मजदूर पैदल ही अपने गॉव की ओर रवाना हो रहे हैं। पैदल गांव के लिए निकले यह मजदूर राम भरोसे हैं। । प्रवासी मजदूरों ने पुलिस की प्रशंसा सहित  चेहरे पर चमक दिख रही थी अब इनको गॉव पहुचाने के लिए हवलदार प्रवीण ढगे हवलदार अमित चंदन शिवे व समाज सेवक निलेश राव व बाला जी चौधरी पूरी कोशिश कर रहे हैं


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