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लॉक डाउन के दौरान अपनी उत्कृष्ठ सेवाए देने के लिए वरुण पंवार हुये सम्मानित

फ्यूचर लाइन टाईम्स   


धीरेन्द्र अवाना 


नोएडा : लॉकडाउन के दौरान पुलिस अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभाकर जनता से सख्ती बरतते हुए उन्हें घरों में रहने के लिए मजबूर कर रही है व घरों से बाहर निकलने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निमट रही है।वहीं दूसरी ओर मानवीय पहलू को भी ध्यान में रख कर गरीब व जरूरतमंदों को पेट भर भोजन करा रही है।लॉक डाउन से पहले पुलिस का नाम सुनते ही एक आम आदमी के मन में डर पैदा हो जाता है।आम तौर पर ऐसी धारणा है कि पुलिस वाले गरीब, मजलूमों व असहाय लोगो को प्रताड़ित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते है।यही वजह है की आज भी पुलिस का ख्याल आते ही बड़े बड़ो के पसीने छूट जाते है।लेकिन नोएडा पुलिस के जिस चहरे की झलक हम आप को दिखाने जा रहे है उससे आप के मन में जो भी धारणा है।वह पूरी तरह से बदल जाएगी और उनके अंदर के एक मानवीय चेहरे की झलक आपको दिखाई देगी।पुलिस पर संवेदनहीन,कठोर निष्ठुर होने के आरोप लगते रहते हैं।लेकिन इन सबके बाबजूद महकमे में कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी है जो गरीब और जरूरतमंदों की सहायता करने को हर पल तत्पर रहते हैं।हम बात करे रहे है नोएडा में स्थित बहलोरपुर चौकी इंचार्ज वरुण पंवार की। वरुण पंवार पश्चिमी उत्तर के ऐसे गाँव से तालुख रखते है यहा के लड़के या तो फौज में जाते हैं या पुलिस की नौकरी में।इसलिए बचपन इनके अंदर भी देश की सेवा जज़्बा था।इसलिए ही ये फौज में जाने के हित में थे लेकिन परिवारिक कारणों से नही जाने की वजह से पुलिस विभाग में आ गये।लॉक डाउन में 24-24 घण्टे ड्यूटी करने के बाद भी ये अपने क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यस्वथा करने में लगे रहते है।जिसकी वजह से कभी कभी परिजनों को इनसे शिकायत रखती है।कुछ दिन पूर्व तो ड्यूटी के दौरान बेटे का वीडियो कॉल आया जिसमें बेटे ने अपने पापा को कोरोना से बचाव के लिए नसीहत दी।मौके पर पहुची एसीपी श्रद्धा पाण्डेय रिकॉर्ड करके उसे ट्वीट कर दिया जिसको काफी सराहा गया।लॉक डाउन के दौरान अपनी उच्चतम सेवाये देने के लिए वरुण पंवार को दिल्ली एनसीआर में स्थित कई संस्थाओं उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार(रजि.), भारत गौरव अवार्ड फाउंडेशन, राजनीति की पाठशाला और पर्यावरण जन चेतना समिति की ओर से सम्मानित किया गया।


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