नोएडा।देशभर में लॉकडाउन का असर शहर से लेकर गांव तक सभी जगह देखने को मिल रहा है, जिसके चलते आम और खास सभी परेशान हैं।दूसरी ओर लोग एक-दूसरे की मदद करने में भी लगे हुए हैं। सबसे अहम बात तो यह है कि शादी और बच्चों के जन्म के अवसरों पर नेग वसूलने वाले किन्नर आगे बढ़कर इस मुश्किल वक्त में लोगों की मदद कर रहे हैं।यह मामला गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा शहर का है,जहां किन्नर समुदाय के लोग जरूरतमंद लोगों को खाने-पीने का सामान उपलब्ध करवा रहे हैं। दरअसल,नोएडा की कौशल किन्नर और उनके साथी समाजसेवा की इस मुहिम में लगे हुए हैं।दरअसल, लॉकडाउन के इस दौर में गरीब, असहाय, जरूरतमंद, मज़बूर, मजदूर लोगों को खाने के लाले पड़े हुए हैं। लॉकडाउन के चलते उन्हें काम भी नहीं मिला रहा है, जिससे वह और उनके बच्चे भूखे मरने की नौबत आ गई है। ऐसे में कौशलकिन्नर एवं उनके साथी लोगों की हर जरूरत को पूरा कर रहे हैं। लोगों को राशन-पानी से लेकर बांट रहे हैं।लॉकडाउन के इस विपरीत समय में नोएडा के सैक्टर-45 रहने वाली किन्नर कौशल ने मानवता की ऐसी मिसाल कायम की है जो हर व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करती है।नाच गाकर,घर-घर जाकर बधाई मांग कर अपना गुजारा करने वाली किन्नर ने कोरोना काल में रोजाना सैकड़ों गरीबों को अपने दम पर 20 कुन्तल सूखा राशन बांट कर सभ्य समाज को आईना दिखाया है।किन्नर कौशल ने बताया कि उन्होंने लॉकडाउन घोषित होने के बाद से ही अपने समाज के लोगों के साथ मिलकर मजदूर,गरीब व बेसहारा लोगों को रोजाना सूखा राशन बांट रही है।उन्होंने बताया कि वे नोएडा के विभन्न सैक्टरों के अलावा बिहार और नेपाल के कुछ जिलों में राशन बांट रही है। प्रधानमंत्री द्वारा की गयी अपील से प्रभावित होकर उन्होंनें गरीबों और जरुरतमंदो को राशन बांटने का जनहित कार्य किया है।अमीर व सक्षम लोगों से अपील की है इस विपरीत स्थिति में गरीबों की मदद करे।कौशल की मानें तो यह सब लॉकडाउन के पहले दिन से ही लगातार जारी है। लोगों का मानना है कि उनके यहां रोजाना सैकड़ों जरूरतमंदों की भीड़ लगती है और वह लोगों की मदद करती हैं।कौशल का कहना हैं कि यह सब लोगों का ही तो है। अब तक जनता ने हमें पाला है, अब हमारी बारी है कि हम इनकी सेवा करें।कौशल ने कहा कि सब इनका ही तो दिया हुआ है जो हम इन्हें सूद समेत लौटा रहे हैं। इसमें हमारा कुछ भी नहीं है सब ऊपरवाला कर रहा है।जानकारी के अनुसार कौशल किन्नर आज से नहीं विगत कई वर्षों से ऐसा करती आ रहीं हैं।जो भी इनके पास पहुंचता है, वे उसकी मदद करती हैं। दुनिया और लोगों की नजरों में भले ही ये बधाई और नेग के तौर पर लोगों से मांगते नजर आते हैं, लेकिन ये एक हाथ लेते हैं और दोनों हाथों से लोगों में बांटते भी हैं।
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