फ्यूचर लाइन टाईम्स..अंकित गौतम
धौलाना। अल्लाह की इबादत और दुआओं के इस रमजान पाक महीने के इस आखरी अशरे में शुक्रवार को इबादत और कुरआन पाक के तिलावत के खास पाठ के साथ राजेदारों ने घरों में रहकर अलवीदा जुम्मा की नमाज अदा की। सुबह अजान और फिर पांच पारे की नमाज कर रोजेदारों ने समाज में अमनचैन की दुआएं मांगी। युवा पत्रकार अदनान हवारि ने कहा कि यह ऐसा अशरा जिसमे इबातद करने से अल्लाह सारे गुनाह को माफ कर देता है। उन्होंने कहा कि नेकियां लुटाने के इस पाक महीने में तरावीह की रकम गरीबों में बांटे। इफ्तारी के दौरान गरीबों को भी उपहार दें। ऐसे करके आप अल्लाह के करीब होते है और आप पर अल्लाह की रहतम बरसती है। ईद के पहले फतरे की रकम दान जरूर कर दें। आखरी अशरा रोजदारों के लिए विशेष इबादत के लिए होता है। अशरे को अशरा-ए-मगफिरत भी कहते हैं। इस महीने में अल्लाह अपना दरबार बंदों के लिए आम कर देता है। वह दुआओं का खजाना खोल देता है। शैतान कैद हो जाते हैं तो नेकी आगे बढ़ती है। इन दिनों अल्लाह अपने बंदो को इबादत, मुहब्बत और इखलाख को देखकर उनके गुनाहों की बख्शीश फरमाएगा, लिहाजा हमे अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान अल्लाह की इबादत में लगाना चाहिए। उन्होंने सभी को लाॅक डाउन के चलते घरों में रहकर अलविदा की नमाज पढ़ने और कोरोना संक्रमण से देश को छुटकारा दिलाने की दुआ करने की गुजारिश की है।लॉक डाउन के चलते घरों में रहकर भाई चारे के साथ मनायें ईद।हापुड़ में जुम्मे की नमाज घरों में रहकर अदा की गई।
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