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दरोगा द्वारा विकलांग से पैसे छीनने का आरोप निकला फर्जी 

 फ्यूचर लाइन टाईम्स... 


नोएडा।लॉक डाउन के इस विपरीत समय में भी पुलिस अपना काम बेहद ईमानदारी निभा रही है।समय से अधिक काम करके व कोरोना के चलते लोगों को जागरूख करके प्रशंसा का पात्र बन रही है।वही कुछ लोग ऐसे भी है जो पैसों के लालच में पुलिस को बदनाम करने से भी बाज नही आते।ऐसा ही एक मामला थाना स्कटर-24 के सैक्टर-22 क्षेत्र का है।जहा एक दिव्यांग व्यक्ति ने थाना सैक्टर-24 में तैनात एक दरोगा के ऊपर मारपीट करने और 10 हजार रूपये छीनने का आरोप लगाया।लेकिन इस मामले की जांच एसीपी-2 रजनीश वर्मा ने की तो मामला फर्जी निकला।अब पुलिस आरोप लगाने वाले के खिलाफ कारवाई करेगी।आपको बता दे कि बुधवार को सोशल मीडिया पर इस घटना का विडियों वायरल हुआ था।दिव्यांग का आरोप था कि उनके रिश्तेदार मुंशीलाल जोकि सैक्टर-22 में किराये के मकान में रहता था।दोनो ही दिव्यांग है व केला बेचने का कार्य करते है।आरोप ये है कि बुधवार को सुबह करीब चार बजे मुंशीलाल ठेला लेकर ए ब्लॉक के पास से गुजर रहा था तभी सैक्टर-24 थाने की एक गाड़ी वहा पहुची।उसमें बैठे एक दरोगा बाहर निकले और मंशीलाल को उठाकर अपने साथ ले गये।विडियों में आरोप लगाया गया है कि दरोगा ने मुंशीलाल से मारपीट कर जेब से रखे 10 हजार रूपये छीन लिये।इस बारे में किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की की धमकी दी।वही इस मामले की जॉच कर रहे एसीपी रजनीश वर्मा का कहना है कि जांच में सामने आया है कि केला मुंशीलाल का नही था ना ही उसकी गाडी थी।पिछले कई दिनों से बगैर पास के यह गाड़ी हॉट स्पॉट में एंट्री कर रही थी।केले से लदी गाड़ी पवन चौहान नाम के व्यक्ति की थी।


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