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पिता बनने के खुशी भी खाकी को अपने कर्तव्य से नही डिगा पायी

फ्यूचर लाइन टाईम्स 



धीरेन्द्र अवाना
नोएडा : कोरोना वायरस के खिलाफ देश की जंग में पुलिस की भूमिका बेहद अहम है।पूरे देश में जारी लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस दिन-रात ड्यूटी कर रही है।इसी बीच पुलिस के बदले चेहरे की तारीफ हर ओर हो रही है।किसी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना हो या फिर घर पहुंचाना।पुलिसकर्मी हर समय हर कार्य के लिए मौजूद दिखायी देती है।इन बदले हालातों में जनता भी पुलिसकर्मीयों का सम्मान करते नही थक रही है। वहीं, सुरक्षा के लिए पुलिस की सख्ती भी लोगों को भा रही है।वही समित संसाधनों के बीच पुलिसकर्मी जान की बाजी लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं।इसी क्रम में आज हम बात कर रहे है रबूपुरा कोतवाली प्रभारी विनीत कुमार की।रबूपुरा कोतवाली प्रभारी विनीत कुमार की पत्नी ने रविवार को जुड़वां बेटियों को जन्म दिया,लेकिन विनीत कुमार कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन का पालन कराने में लगे हुये हैं।ऐसे में वह मां व पत्नी के बुलाने पर भी अपने कर्तव्य को छोड़कर घर नहीं गए आपको बता दे कि विनीत कुमार का परिवार आगरा में रहता है।उनके परिवार में मां शशि देवी, पत्नी रेखा व छोटा भाई अजित है।उनकी पत्नी रेखा ने बीते 19 अप्रैल को आगरा के एक निजी अस्पताल में जुड़वां बेटियों को जन्म दिया।विनीत कुमार ने बताया कि वह पहली बार पिता बने हैं।उनकी पत्नी और मां, बेटियां होने से पहले उनको घर बुलाना चाह रहीं थी,लेकिन वह लॉक डाउन के कारण नहीं जा सके और कोरोना वायरस के बचाव को देखते हुए भी वह घर नहीं गए।साथ ही उन्होंने अपने कर्तव्य से पीछे हटना ठीक नहीं समझा।विनीत ने बताया कि 19 अप्रैल की सुबह 9:30 बजे उनकी पत्नी ने 2 बेटियों को जन्म दिया। सुबह ही उनको खुशखबरी मिली। इस वक्त वह कस्बे में लोगों से लॉकडाउन का पालन करा रहे थे।दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने विडियो कॉल कर अपनी बेटियों और पत्नी को देखा,जिनको देखकर उनके मन में बेटियों को गोद में लेने की इच्छा हुई और प्यार में उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने अपनी बेटियों के नाम नाव्या व वान्या रखा है।वह लॉकडाउन खत्म होने के बाद परिवार से मिलने जाएंगे।


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