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क्वॉरेंटाइन सेन्टर में कोरोना संदिग्ध मरीज ने सातवीं मंजिल से लगायी छलाँग 

फ्यूचर लाइन टाईम्स 



धीरेन्द्र अवाना


नोएडा : ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र के गलगोटिया कॉलेज में उस वक्त अफरा तफरी मच गयी जब गलगोटिया कॉलेज
के क्वॉरेंटाइन सेन्टर में कोरोना संदिग्ध मरीज ने सातवीं मंजिल से छलाँग लगा कर आत्महत्या कर ली है।इस घटना के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया है।बताया जा रहा है कि एक संदिग्ध कोरोना मरीज को गलगोटिया कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया था।स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए सैंपल भी कलेक्ट कर लिए थे।लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही संदिग्ध मरीज ने कॉलेज की इमारत से कूदकर जान दे दी।घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
आपको बता दे कि ग्रेटर नोएडा के गलगोटिया इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में बनाए गए क्वॉरेंटाइन होम से एक युवक ने  छलाँग लगा दी।जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से जख्मी युवक को अस्पताल ले जाया गया,जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।युवक को सैक्टर-8 स्लम एरिया से कुछ दिन पूर्व ही किया गया था क्वॉरेंटाइन।युवक कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज था और उसे 14 दिनों के लिए यहां क्वॉरेंटाइन करके रखा गया था।रविवार की रात हुई घटना की सूचना मिलते ही पुलिस,प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए।घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्डम के लिए भेज दिया है।सूत्रों की माने तो उसने पहले भी आत्महत्या की धमकी दी थी,जिसके बाद उसकी काउंसिलिंग भी की गई थी।इस बीच,जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए गए हैं।जांच की जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन को सौंपी गई है।बताते चले कि कोरोना के बढ़ते मरीजों पर नाराजगी जताते हुये मुख्यमंत्री योगी ने जिले के डीएम और सीएमओ को उनके पद से हटाया था।उस प्रकरण के बाद अब जिला प्रसाशन की यह बड़ी नाकामी सामने आई है।गलगोटिया में बने क़वारन्टाइन सेंटर से लगातार शिकायतें आ रहीं थीं।इस घटना में स्वास्थ्य विभाग की भारी लापरवाही उजागर हुई है।


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