फ्यूचर लाइन टाईम्स
निखिल यादव
लाॅकडाउन के दौरान सामुदायिक रसोई जरूरतमंदों को सुबह-शाम खाना उपलब्ध कराया जा रहा है।
कासगंज : अमांपुर कस्बे में कोई भूखा न रहे इस सोच के साथ पानी की टंकी नवीन नगर पंचायत परिसर में संचालित सामुदायिक रसोई घर से सुबह-शाम जरूरतमंदों एवं असहायों परिवारों को खाने के पैकेट तैयार कर वितरित किए जा रहे है। कोरोना वायरस प्रसार रोकने के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन के बीच गरीबों को भोजन वितरित करने के लिये सामुदायिक रसोई घर में प्रति दिन सुबह-शाम 200 भोजन के पैकेट बनाये जा रहे हैं। इन पैकेटों को कस्बे के जरूरतमंद परिवारों को वितरण किया जा रहा है। चेयरमैन चांद अली ने गरीबों को वितरित करने के लिये नवीन नगर पंचायत परिसर में बनाये जा रहे भोजन के लिए व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने रसोई घर में भोजन पैकेट में रखी जाने वाली खाद्य सामग्री की जानकारी ली। उन्होंने भोजन निर्माण में स्वच्छता और शुद्धता की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। साथ ही रसोई घर और पैकिंग व्यवस्थाओं की शुद्धता, स्वच्छता और सेनेटाइजेशन की व्यवस्थाएँ देखी। चेयरमैन चांद अली ने भोजन को चखकर उसकी गुणवत्ता भी जानी। वही खाने की सराहना की। चेयरमैन चांद अली ने भोजन निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों को स्वच्छता के नियमों का कड़ाई से पालन करने और शुद्ध एवं स्वादिष्ट भोजन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संघर्ष के इस दौर में हम सबका यह दायित्व है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि सामुदायिक रसोई द्वारा भोजन वितरण व्यवस्था एक सांकेतिक पहल है ताकि समाज के समर्थ व्यक्ति इससे प्रेरणा लेकर गरीब, वंचित और जरूरतमंद व्यक्तियों के सहयोग और मदद का दायित्व स्वीकार करें। कर्मियों से संकटकाल में आपकी सेवा वास्तव में राष्ट्र की सेवा है। उन्होंने कहा कि भोजन तैयार करने की आकस्मिक व्यवस्थाओं की तैयारी रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोगों को तत्काल और अधिक भोजन के पैकेट उपलब्ध करा सके।
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