फ्यूचर लाइन टाईम्स.. धीरेंद्र अवाना संवाददाता नोएडा
नोएडा।जिले में कोरोना वायरस से लगातार बढ़ रहे मामलों और राहत कार्यों की जानकारी लेने आज ग्रेटर नोएडा पहुचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।यहा मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के साथ बैठक की।इस दौरान मुख्यमंत्री ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ब्रिटिश नागरिक द्वारा फैलाए गए कोरोना वायरस के संक्रमण पर नाराजगी जाहिर की है।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ब्रिटेन से आए नागरिक को लेकर सतर्कता नहीं बरती गई।उसके संपर्क में आने वाले लोगों को सही तरह से जानकारी नहीं पहुंचाई गई। जिसकी वजह से यह परेशानी उत्पन्न हुई है।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इस महामारी से निपटने के लिए किए गए इंतजामों पर नाराजगी जाहिर करते हुये कहा कि जितने संसाधन नोएडा और ग्रेटर नोएडा के पास हैं,इतने देश के बहुत कम शहरों के पास हैं।इसके बावजूद इंतजाम बहुत खराब हैं।सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद जिला प्रशासन ने इस मुसीबत की घड़ी में अपने हाथ खड़े कर लिये।बताते चले कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के जितने भी मामले सामने आए हैं, उनमें सबसे ज्यादा गौतमबुद्ध नगर के हैं।जिससे सरकार बेहद चिंतित है।आपको बता दें कि नोएडा के सेक्टर 137 में स्थित सीज फायर कंपनी में ब्रिटेन से ऑडिटर आया था।जॉन नाम के इस व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण अब तक कंपनी से जुड़े अधिकारी,कर्मचारी और उनके परिवार के 19 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।इनमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा, दोनों शहरों में रहने वाले लोग शामिल हैं।गौतम बुद्ध नगर में अभी तक 33 मामले सामने आए हैं। इनमें से 19 मामले अकेले ब्रिटिश नागरिक से जुड़े हैं।इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की है।इस बैठक में सबसे पहला बिंदु ब्रिटिश नागरिक द्वारा फैलाए गए संक्रमण का ही रहा।मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि ब्रिटिश नागरिक के संपर्क में आने से बचने के लिए लोगों को जो सूचना दी जानी चाहिए थी,लगता है वह नहीं पहुंच पाई।जिसकी वजह से यह संकट उत्पन्न हुआ है।मुख्यमंत्री के सवाल और नाराजगी पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव और जिलाधिकारी बीएन सिंह ने स्पष्टीकरण दिया है।अफसरों ने बताया कि आगे संपर्क में आने वाले लोगों को पहचान लिया गया है।कुछ लोगों में लक्षण दिखने पर उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।इस संक्रमण के लिए जिम्मेदार कंपनी के मैनेजमेंट पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
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