फ्यूचर लाइन टाईम्स
फर्जी मुकदमे से आहत युवक ने जिला गाजियाबाद एस एस पी को पत्र लिखकर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं कहा विजयनगर पुलिस की मिलीभगत से झूठा केस दर्ज कराया गया है मुकदमे की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ।
गाजियाबाद : एसएसपी कलानिधि नैथानी जनपद पुलिस की छवि को जितना सुधारने की कोशिश कर रहे हैं उससे कहीं अधिक पुलिस कर्मी महकमे की साख पर बट्टा लगाने से बाज नहीं आ रहे है। एसएसपी की उस नसीहत का भी असर नहीं दिख रहा जिसमें उन्होंने सख्त हिदायत दी है कि यदि कोई पुलिसकर्मी की अपराधियों या असामाजिक तत्त्वों से संलिप्तता पाई गई तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। लेकिन एसएसपी की नसीहत का विजयनगर पुलिस पर कोई छाप नही छोड़ पा रही। 100 में 65 अंक पाकर शायद विजयनगर पुलिस खुद को ही आका समझ रही है। पुराने अपराधियों से सांठगांठ के आरोप हम नहीं एक पीड़ित युवक ने लगाये है। मुख्यमंत्री व एसएसपी को लिखे पत्र में मिर्जापुर निवासीआफाक का आरोप है कि मिर्जापुर निवासी मुजाहिद नामक शख्स जिस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए, आये दिन थाने में बैठा रहता है और पुलिस से मिलकर किसी के भी खिलाफ फर्जी मुक़दमा दर्ज करा देता है इसके पीछे उसकी मंशा शस्त्र लाइसेंस लेना है। आफाक का आरोप है कि मुशाहिद ने 17 मार्च को विजयनगर में उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि उसने कभी मुशाहिद से फोन पर बात नही की।आफाक ने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने के लिए विवेचक को निर्देशित करने की मांग की है। यही नही पुलिस ने यदि उत्पीड़न बंद नहीं किया तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होगा।
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