फ्यूचर लाइन टाईम्स...
गौतम बुध नगर ...कोरोना वायरस एक ऐसी बीमारी जो कुछ ही दिन पहले जन्म लेती है और इतनी तेजी से एक देश से दूसरे देश तक पहुंचती है कि सोचा भी नहीं जा सकता है इस बीमारी ने लोगों को सोचने संभलने का मौका ही नहीं दिया जब तक कोई समझता कि यह क्या बीमारी है इसकी क्या मेडिसिन है तब तक इसने उन इंसानों को अपना शिकार बना लिया इस बीमारी की उत्पत्ति चाइना से मानी जाती है कुछ लोगों का मानना है कि यह बीमारी स्वतः ही पैदा नहीं हुई है इसको पैदा किया गया है क्योंकि इंसान जो है बहुत ही खतरनाक प्राणी है हर समय किसी न किसी चीज के साथ छेड़छाड़ करता रहता है और उसकी यही आदत इस इंसान जाति पर हमेशा भारी भी पड़ती है आपने देखा भी होगा सुना भी होगा जब भी इंसान ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की है तो उसको उसके गंभीर परिणाम भोगने पड़े हैं आज का इंसान अपने आप को भगवान समझता है और यही उसकी सबसे बड़ी गलतफहमी है इंसान एक सीमित दायरे में रहकर कार्य कर सकता है वह भगवान को चेलेन्ज नहीं कर सकता है क्योंकि भगवान वह सत्ता है जिसके हाथ में इस इंसान रूपी मनुष्य की चाबी है कोरोना वायरस का प्रकोप विश्व के लगभग सभी देश भोग रहे हैं इसलिए जिस भी देश ने इससे बचने के उपाय करने में देरी की है उनके परिणाम बहुत भयंकर हुए हैं अभी भी देखने में आ रहा है की इटली ऑस्ट्रेलिया अमेरिका जैसे देश अभी भी अपने लोगों पर प्रतिबंध नहीं लगा पा रहे हैं इन देशों को समझना पड़ेगा कि अगर कोरोना को हराना है तो चैन सिस्टम को तोड़ना होगा जब तक यह चैन सिस्टम नहीं टूटेगा तब तक कोरोना नहीं हारेगा आज भारत सरकार द्वारा जो भी निर्णय लिए जा रहे हैं वह सभी भारतीयों के लिए तथा विश्व के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह बीमारी एक दूसरे के माध्यम से एक देश से दूसरे देश में पहुंच रही है और जब तक लोग स्वम अपने को जनता कर्फ्यू का हिस्सा नहीं बनाएंगे तब तक यह बीमारी रुकने वाली नहीं है यह कोई आर्थिक आपदा नहीं है हम सभी को समझने की जरूरत है हम इस समय अपने घरों पर रहकर कम से कम खर्चे में अपनी जीविका चलाएं क्योंकि इस वायरस का प्रभाव कब तक रहेगा यह नहीं कहा जा सकता इसलिए इससे देश को भारी आर्थिक नुकसान भी होगा क्योंकि जो भी लोग हैं चाहे वह सरकारी कर्मचारी हैं चाहे वह प्राइवेट कर्मचारी हैं चाहे वह दिहाड़ी मजदूर हैं चाहे वह रेडी लगाने वाले हैं हर कोई इसे प्रभावित हो रहा है जब लोग घरों से ऑफिस नहीं जाएंगे जब कोई कंपनी नहीं चलेगी जब कोई रेडी वाला रेडी नहीं लगाएगा तो उसके घर का खर्चा कैसे चलेगा यह बहुत बड़ा विषय है अभी अप्रैल आ रहा है सभी के बच्चों के स्कूल की फीस एन जाएंगी तो ऐसे समय में हम सभी को संयम से काम लेने की जरूरत है हमें घबराना नहीं है और ज्यादा से ज्यादा जनता कर्फ्यू में सहयोग करना है क्योंकि जनता कर्फ्यू ही एक ऐसा माध्यम है जो हमको इस कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचा सकता है इसलिए अभी हम लोगों को मौज मस्ती को छोड़कर केवल अपने घर पर ही रह कर और सावधानी बरतते हुए रहने की जरूरत है और अभी देखा जा रहा है कि लोग हड़बड़ी कर रहे हैं एक स्थान से दूसरे स्थान भागने में लगे हुए हैं मेरा ऐसे सभी लोगों से अनुरोध है कि वह जहां पर भी हैं वहां रहकर अपने आप को इस महामारी से बचाएं आज देश के प्रधानमंत्री जी ने जो आह्वान किया हुआ है सभी देशवासी ज्यादातर उसका पालन कर रहे हैं देश के हर राज्य की सरकारें अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सहयोग कर रही हैं और इसमें सभी को एक साथ बिना किसी राजनीति के अपने जीवन की रक्षा के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है
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