फ्यूचर लाइन टाईम्स
प्रतापगढ : कैंसर एक लाइलाज बीमारी है इसका कोई कारगर इलाज अब तक संभव नहीं हो पाया है यह बीमारी जिसको अपने कब्जे में कर लेती है उसका धन और धर्म दोनों नष्ट हो जाता है इलाज कराने वाले तो नष्ट ही हो जाते हैं क्योंकि यह इतना खर्चीला इसका इलाज है की सामान्य परिस्थितियों के लोगों के लिए इसे करा पाना प्रायः असंभव हो जाता है पैसा खर्च करने के बाद भी सकारात्मक पैसा खर्च करने के बाद भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं होता इसलिए इसलिए इसका बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है यह विचार डॉक्टर कृष्ण प्रताप सिंह ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेलसंडी पट्टी प्रतापगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठवें दिन कैंसर दिवस के अवसर पर आहूत गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए डॉ मिथिलेश कुमार त्रिपाठी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि कैंसर का सबसे बड़ा बचावप्राचीन भारतीय ऋषि-मुनियों द्वारा नियम निर्देशित भारतीय जीवन शैली है भारतीय शाकाहारी भोजन से प्रतिरोधी क्षमता विकसित होती है और प्रतिरोधी क्षमता अंदर ही अंदर कैंसर के कारणों को नष्ट करती रहती है हम तुलसी नीम बेल पीपल गिलोय पुनर्नवा सदाबहार हल्दी धनिया काली मिर्च जीरा आदि संपर्क में रहकर कैंसर की विभीषिका से बच सकते हैं संगोष्ठी में प्रिया पांडे राहुल यादव कल्पना खुशबू कोमल प्रजापति शिल्पा सिंह मानुषी पांडे दीक्षा तिवारी अनुष्का सिंह नीतू पाल वंशिका सिंह लक्ष्मी पांडे मनीषा पटेल शिवानी मिश्रा अंकिता पटेल कविता अर्चना वर्मा नेहा गुप्ता आकृति पवन कुमार बर्मा गौतम विश्वकर्मा सुनील कुमार दीपू गुप्ता आदि शिविरार्थीयो ने भी कैंसर विषय अपने अनुभव ज्ञान के साथ-साथ उसके उपचार और बचाव पर प्रकाश डाला अंत में राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम को समाप्त किया गया
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