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आप की प्रेरणा से जीवन चलाएं और निर्भय रहे। ऋग्वेद १-११४-२

फ्यूचर लाइन टाईम्स


हे ज्ञान देकर हमें वासनाओं से रहित करने वाले प्रभु, हमारी वासनाओं का नाश करके और रोगों से हमारे शरीर को रहित करके हमारे जीवन को सुखी करो। हे वीरों को आश्रय देने वाले प्रभु, हम बार-बार तुम्हें नमस्कार करते हैं। भय हमसे दूर रहे और हमें शांति मिले। हम आप की प्रेरणा से जीवन चलाएं और निर्भय रहे। (ऋग्वेद १-११४-२)


 मृळा नो रुद्रोत नो मयस्कृधि क्षयद्वीराय नमसा विधेम ते।
यच्छं च योश्च मनुरायेजे पिता तदश्याम तव रुद्र प्रणीतिषु॥ ऋग्वेद १-११४-२।।


O Lord who makes us free from lusts by giving knowledge, make our life happy by destroying our lusts and freeing our body from diseases.  We honour you to protect  the brave.  Let fear be  away from us and may we have peaceful life.  May we lead our lives as per your guidance and be fearless.  (Rig Veda 1-114-2)


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