फ्यूचर लाइन टाईम्स
ऊंचा अमीरपुर स्थित ठाकुर खमबीर सिंह हरप्यारी देवी इंटर कॉलेज मैं आज 123 वी जयंती नेताजी सुभाष चंद्र बोस की धूमधाम के साथ मनाई गई इस अवसर पर सभी बच्चों ने व अध्यापक गणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया मास्टर अनिल राणा ने नेता सुभाष चंद्र बोस के बारे में बच्चों को महत्वपूर्ण बातें बताएं और उनके संघर्ष का भी वर्णन किया
ग़ुलामी की बेड़ियों में जकड़ी भारत माता को आजादी दिलाने के लिए कभी नेता जी ने नारा दिया था " तुम मुझे खून दो !मैं तुम्हें आजादी दूंगा " स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में आज़ाद हिंद फौज की रानी लक्ष्मीबाई ब्रिगेड ने देश की आजादी के लिए हाथों में तिरंगा ले देश की मातृ शक्ति,युवा शक्ति ने सर्वस्व समर्पण किया था। आज भी उसी नारे को लेकर देश के कई भागों में दिन रात आंदोलन चल रहे हैं, सुनियोजित एक ही प्रकार के लोग, एक ही लेखनी से लिखे नारे ,ढपली पर वही राग, लेकिन उससे निकलती धुन भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह ¡इंशाल्लाह ¡ आजादी.. आजादी.. हमको चाहिए आजादी । परिवार से आजादी ! शादी की आजादी! रहने की आजादी! खाने पीने की आजादी! कश्मीर की आजादी! क्या इसी आज़ादी के लिए देश के वीर शहीदों ने बलिदान दिये ? क्या सुभाष बाबू ने जिस आज़ादी के लिये खून देने की बात की थी उस आजादी को टुकड़े-टुकड़े में बांटने के लिए आज हम सक्रिय है ?कुछ लोग सड़कों पर नागरिकता संशोधन अध्यादेश के विरोध की आड़ लेकर सीमा पार विरोधियों की भाषा बोल रहे हैं ? नारे लगा रहे हैं जिसका कारण उनके मन में बैठा हुआ भय है हमारे मौज के दिन लद जाएंगे ..विदेशी धन से चल रहे ngo बन्द हो रहे, भ्र्ष्टाचार पर अंकुश लग रहे ।इस कारण से देश की नीतियों का विरोध कहा जायज है? सोचिये
आइये नेता सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर देश के समग्र विकास सुख शांति सुमङ्गल का संकल्प ले । जय हिंद ! भारत माता की जय ! वंदेमातरम इस अवसर पर उपस्थित शिक्षक गण! प्रधानचार्य बिपिन शिशोदिया, कुलदीप शर्मा,सूबे नागर, दिनेश शिशोदिया, अनिल राणा, रूपचंद शर्मा, सीमा चौहान, नवीता राणा, सुधा मिश्रा, गीता जोशी, आदि शिक्षक उपस्थित थे!
0 टिप्पणियाँ