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पत्रकारों ने अरविंद शुक्ला को दी श्रद्धांजलि , कहा - बहुत याद आएगा यह सरल इंसान

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


दिवंगत पत्रकारों की स्मृति संजोने के लिए प्रस्तावित पुस्तक का प्रकाशन सूचना विभाग कराएगा- अवनीश अवस्थी: "अरविंद शुक्ला पत्रकारिता" पुरस्कार देगा एलजेए।


लखनऊ : राजधानी के पत्रकारों ने अपने दिवंगत साथी "स्पूतनिक" के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद शुक्ला को भावभीनी श्रद्धांजलि दी । सचिवालय एनेक्सी स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित शोक सभा में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना/गृह अवनीश अवस्थी  भी उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति द्वारा सोमवार को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में ढाई सौ से ज्यादा पत्रकार मौजूद थे। इस मौके पर स्वर्गीय शुक्ला को नमन करते हुए अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने दिवंगत यशश्वी पत्रकारों की स्मृति को चिरस्थाई बनाने का सुझाव दिया जिसे अपर मुख्य सचिव श्री अवस्थी ने सैद्धांतिक रूप से स्वीकार करते हुए श्री अवस्थी ने कहा कि सूचना विभाग के निर्माणाधीन अत्याधुनिक भवन में पत्रकार स्वर्गीय राजनाथ सिंह "सूर्य" के नाम पर नई लाइब्रेरी होगी जिसमें अन्य प्रमुख दिवंगत पत्रकारों की स्मृति भी सहेजी, संजोई जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के दिवंगत और यशश्वी पत्रकारों पर प्रस्तावित पुस्तकों का प्रकाशन सूचना विभाग कराएगा ।
      श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने स्वर्गीय शुक्ला के सरल व्यवहार, विलक्षण व्यक्तित्व और कृतित्व को याद कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी के साथ  अध्यक्ष उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति हेमंत तिवारी, पूर्व सूचना आयुक्त/वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा, शिव शंकर गोस्वामी, प्रदीप कपूर, विजय शंकर पंकज, अजय कुमार, प्रमोद गोस्वामी, प्रद्युम्न तिवारी, भास्कर दुबे, देवकीनंदन मिश्र, राजेश शुक्ला, सुमन गुप्ता टीबी सिंह, मान्यता समिति के उपाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव, एलजेए के अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी, जुबेर अहमद, शाश्वत तिवारी और विश्व संवाद केंद्र से दिवाकर अवस्थी आदि ने स्वर्गीय शुक्ला के प्रति अपने भाव व्यक्त करते हुए उन्हे श्रद्धाजंलि अर्पित की।
लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से भी दारूलशफा स्थित एलजेए कार्यालय में शोकसभा आयोजित की गयी जिसमें एलजेए के सदस्यों ने हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। एलजेए अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी ने स्वर्गीय अरविन्द शुक्ला के साथ बिताये हुए पलों को याद करते हुए कहा कि श्री शुक्ल वास्तव निर्भीक पत्रकार थे साथ ही व्यवहार में बहुत ही मृदुभाषी भी थे, श्री शुक्ल ने पत्रकारिता के मामले में खबरों से कभी भी समझौता नहीं किया जिसके चलते कई बार उनका सरकार व सरकारी मशीनरी से टकराव भी हुआ लेकिन उन्होने हार नही मानी। शी शुक्ल पत्रकारिता को मिशन के तौर पर करते थे यही कारण था कि बड़ी संख्या में परेशान लोग भी मदद माँगने उनके पास जाते थे और वे सभी की मदद में आगे रहते थे।
शोक सभा में आलोक त्रिपाठी ने घोषणा की कि लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन श्री शुक्ल की स्मृति में "अरविंद शुक्ला पत्रकारिता पुरस्कार" नाम से प्रतिवर्ष ऐसे पत्रकारों को सम्मानित करेगी जिन्होने अपनी लेखनी के माध्यम से पत्रकारिता में एक अलग पहचान बनाई है। शोक सभा में एलजेए के महामंत्री रूपेंद्र उपाध्याय, मंत्री अर्जुन दि्वेदी, कोषाध्यक्ष संजय पांडेय, विशेष आमंत्रित सदस्य मो. इनाम खान, सुनील कुमार पांडेय, त्रिनाथ शर्मा, रवि शर्मा, सुनील त्रिपाठी, अजय गुप्ता, रंजीत सिंह, डाॅ. विनय शर्मा, राजेश वर्मा, सौमित्र गांगुली, रजनीश एवं प्रदीप सिंह आदि ने श्री शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रृद्धाजंलि अर्पित की। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखा गया।


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