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मां बाराही देवी के विकास हेतु सदैव प्रयत्नशील भगत जन

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


शिवचरित्र तथा दाक्षायणी तंत्र एवं योगिनीहृदय तंत्र में माता सती के 51 स्थानों पर 51 अंग गिरे जिससे 51 शक्ति पीठ की स्थापना हुई


उत्तर प्रदेश में प्रयाग में हाथ की अंगुली गिरी जिनका नाम ललिता देवी है। वृंदावन में केस गिरा है जिनका नाम कलाप उमा है । इसी प्रकार काशी में कर्ण का कुंडल गिरा माता का नाम विशालाक्षी है। प्रतापगढ़ अवध में माता सती के नीचे का दंत गिरा है इनका नाम मां वाराही है और आपके काल भैरव का नाम महारुद्र है ।
उत्तर प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र प्रताप सिंह को दास द्वारा रचित मां वाराही महात्मय की पुस्तक सौंपा और वाराही देवी के विषय में काफी चर्चा हुई। मां वाराही डॉक्टर साहब एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह की कुलदेवी भी है। उस स्थान को और विकसित करने के लिए धीरज ओझा विधायक सतत प्रयत्नशील है। दोनों माननीयों ने आश्वासन दिया कि मां वाराही स्थान के विकास के लिए जो भी आवश्यकता होगी उसका पूर्ण रूप से प्रयास किया जाएगा।


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