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अफसाने झूठ भाग-२, खानदानी झूठ : राजेश बैरागी

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


झूठ एक सामाजिक प्राणी है। यह नितांत अकेला या निरबंसिया नहीं है। दिव्यांग होने के बावजूद इसका भरा पूरा परिवार है। कलंक इसका ज्येष्ठ पुत्र है। अविश्वास मंझला तो पलटू राम सबसे छोटा और होनहार पुत्र है।मजाक इसकी छोटी और बला की खूबसूरत साली का नाम है। यदि मौके पर पकड़ा जाए तो यह कसम किसी और की खाता है और साली का नाम लेकर बच निकलता है। अरे हां याद आया कसम इसकी रखैल का नाम है। तो पत्नी कौन हुई?इसकी पत्नी का नाम थोड़ा मर्दाना है परंतु है सोलहों आने स्त्रीजात। तो पत्नी का नाम है मौका।हीन पुरुष की तरह यह पत्नी को देखकर अपना व्यवसाय करता है। हालांकि बेमौका व्यवसाय करने पर इसे घाटा भी उठाना पड़ता है। ज्येष्ठ पुत्र कलंक झूठ के खानदान का नाम रौशन करता है। मंझला पुत्र अविश्वास खानदान का प्रतीक है और सबसे छोटा व होनहार पुत्र पलटू राम खानदान की रक्षा का दायित्व संभाला करता है। झूठ के परिवार में अस्पष्टता, गोलमोल बातें नामक बेटियां भी हैं जो पर्दे में रहती हैं।पुतली बदलना, मुंह फेर कर बात करना, नजरें चुराना जैसी झूठ की लोक कलाएं हैं जिनके बूते उसका खानदान पहचान हासिल करता है।


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