फ्यूचर लाइन टाईम्स
योगी कभी भोगी प्रव्रति का नही होता है। यह दोनों ही उसी तरह विपरीत धाराएं है,जैसे पूर्व के विपरीत ही पश्चिम दिशा व दिन का अभाव ही रात्रि होता है।संसार को वेदौक्त गीता ज्ञान देने वाले और सपत्निक बद्रीनाथ में 12 वर्ष तक ब्रह्मचार्य का पालन कर ईश्वर की उपासना/तपस्या करने वाले योगेश्वर श्री क्रष्ण भोगी कैसे हो सकते है?
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