फ्यूचर लाइन टाईम्स
मेरी बार की हर गली में
अध्यक्षों की लाईन लगी
उपाध्यक्षो ने भी हुंकार भरी है
अध्यक्षों का झोला उठाने के लिए
सचिव भी गिनती में कम नहीं है
कोषाध्यक्ष बैंकों में लगे पडे हैं
अतः बैंकों के कोष भरे पड़े हैं
कल्चरसचिव भी कम मस्त नहीं है
नाच गानो में जमकर व्यस्त पडे हैं
जयूडशरी भी तमाशा देख रही है
जमकर बार को ढेंगा दिखा रही है
मेरी आत्मा मेरी माँ बार एसो. की
इज्जत तार तार हुई पडी है
पर इज्जतदार नेताओं को तो
लालच वश पद की पडी है
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