फ्यूचर लाइन टाईम्स
प्रेम करना बहुत बडा व्यवहार है पर त्याग और जन कल्याण से बढ़कर नहीं है।
दौलत बहुत कुछ है पर सब कुछ नहीं है और उससे बढ़कर मानवता है, .....परन्तु सुंदर रिश्तों से बढ़कर तो इस दुनियाँ में कुछ भी नहीं है।
जरूरी नहीं की मिठाई खिलाकर ही दूसरो का मुँह मीठा करे,आप मीठा बोलकर भी लोगों को खुशियाँ दे सकते है और इस कार्य बखूबी जारी रखें।
0 टिप्पणियाँ