फ्यूचर लाइन टाईम्स
ओ३म् यह ओंकार शब्द परमेश्वर का सर्वोत्तम नाम है, क्योंकि इसमें जो अ, उ और म् तीन अक्षर मिलकर एक ओ३म् समुदाय हुआ है इस एक नाम से परमेश्वर के बहुत नाम आते हैं! जैसे अकार से विराट अग्नि और विश्व आदि उकार से हिरण्यगर्भ, वायु और तेैजस आदि मकार से ईश्वर आदित्य और प्राज्ञ आदि नामों का वाचक और ग्राहक है! उसका ऐसा ही वेदादि सत्य शास्त्रों में स्पष्ट व्याख्यान किया है कि प्रकरण अनुकूल यह सब नाम परमेश्वर ही के हैं!
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती कृत सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम समुल्लास से उद्धृत
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