फ्यूचर लाइन टाईम्स
एक निवाला मुंह से पेट में उतारने का कितना जबरदस्त इंतज़ाम क़ुदरत ने किया है के अगर गर्म या ठंडा है तो हाथ बता देते हैं, ताज़ा या बासी है तो नाक बता देती है, कड़वा, खट्टा, इंतिहाइ मिर्च मसाला है तो ज़बान बता देती है, सख़्त है तो दांत बता देते हैं, कुल मिलाकर निवाला पेट तक पहुंचाने के लिए इस क़दर हिफ़ाज़त की गई और अगर फिर भी कोई ऐसी सख़्त या नुक़सान देह चीज़ हल़क़ से नीचे उतर ही जाए तो पेट में ऐसे "तेज़ाब" या एसिड मौजूद हैं जो इसे गला देते हैं, या फिर एक Automatic निज़ाम उस निवाले या बहुत सारे गलत निवालों के समूह को वापस मुंह की तरफ़ उल्टी या वोमिट के रूप में बाहर फेंक देता है।
यह सब हमारी ज़िन्दगी को क़ायम रखने के लिए किया गया है सिर्फ़ एक छोटा सा काम इंसान को दिया गया है परमात्मा की तरफ से हिदायत के रूप में के देखना मेरे बंदे - "सच्चाई का निवाला ही हलक़ से उतारना" और इतना सा काम भी आज इंसान से नहीं हो पा रहा है।
अफ़सोस है......
स्वयं विचार करें
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