फ्यूचर लाइन टाईम्स
माँ शारदा को नमन
साल के अंतिम दिवस की पर प्रस्तुति
सायली छंद
31 /12 /2019
पल
गया
जाने वाला
कौन रोक पाया
समय चक्र
ऐसा।
नही
रुकता पहियाँ
निरंतर रहता गतिमान
जीवन यहाँ
सबका।
पल
जो बीतता
बन जाता अतीत
कहलाता भूत
तभी।
जीना
वर्तमान में
करता प्रशस्त राहें
बढ़ता समाज
आगे।
भविष्य
सदा रहता
गर्भ में छिपा
आता बन
वर्तमान ।
बीतता
वर्ष करता
भंडार यादों का
दफन सीने
में ।
वर्ष
आने वाला
दिखलाता नए सपने
उल्हासित हृदय
संजोता ।
खुशियाँ
रहें सदा
हर घर महके
धनधान्य रहें
भरपूर ।
नववर्ष
खुशहाल मंगलकामना
शान्ति चहुँ ओर
समृद्धिवान रहें
सदा ।
स्वरचित
निशा"अतुल्य"
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