फ्यूचर लाइन टाईम्स
गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी बनाए जाने के संबंध में जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने कहा कि जनपद में सभी विकास कार्यक्रमों के मूल-भूत इंफ्रास्ट्रक्चर जो विकसित हो चुके हैं, उनके ऊपर जब हम बढ़-चढ़कर और सार्थक प्रयास करेंगे तो स्मार्ट सिटी की कल्पना की जा सकती है। इसके लिए हमें निरंतर प्रयास करने होंगे ताकि हम आमजन को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचा सकें। उन्होंने जनपद को स्मार्ट सिटी बनाए जाने के संबंध में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने विभाग से जनपद को स्मार्ट सिटी की श्रेणी में लाने के लिए अपने-अपने विभाग से विकास कार्यो एवं आम जनता को लाभान्वित करने वाली योजनाओं का डीपीआर तैयार कर लें। उन्होंने नगर आयुक्त को इसके सफल क्रियान्वयन के लिए संयुक्त समिति गठित करने के निर्देश दिए, जिसमें गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग एवं अन्य विभाग से सदस्य बनाए जाएं, जो निरंतर निगरानी कर सकें। इस अवसर पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि अस्पतालों को और स्मार्ट बनाने के लिए नए एमआरआई सेंटर की स्थापना, ओपीडी टोकन स्लिप्स आदि जैसे सुविधाओं को अपने डीपीआर में सम्मिलित कर प्रस्तुत करें। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को माध्यमिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए जैसे बिल्डिंग का रख-रखाव, पार्किंग, स्मार्ट क्लास, शौचालय, सीसीटीवी कैमरा एवं अन्य आधुनिकरण से संबंधित सुविधाओं के लिए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने जल पूर्ति विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जहां नालों की टैपिंग का कार्य कराया जाने हैं अथवा जहां नालों में पानी भरा रहता है, उसका प्रस्ताव अपने डीपीआर में जरूर रखें। लोक निर्माण विभाग सड़कों का रख-रखाव, लाइटिंग, फुटपाथ की मरम्मत को अपने प्रस्ताव में रखें। उन्होंने जीडीए को मल्टीलेवल पार्किंग, भूमिगत पार्किंग एवं स्वच्छ पर्यावरण में कोई तलाब चिन्हित कर कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने खेल के मैदान स्टेडियम को भी इस योजना में जोड़ने की बात रखी।
इस अवसर पर नगर आयुक्त, मुख्य विकास अधिकारी ,अपर जिलाधिकारी नगर, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, जीडीए, डीआईओएस, बीएसए सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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