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दिसम्बर 28,2019 का वेदमंत्र,अनुवाद महात्मा ज्ञानेन्द्र अवाना

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


शूरा इवेद्युयुधयो न जग्मयः श्रवस्यवो न पृतनासु येतिरे।
भयन्ते विश्वा भुवना मरुद्भ्यो राजान इव त्वेषसंदृशो नरः॥ ऋग्वेद १-८५-८।।


ये वीर सच्चे शूरमाओं की तरह लड़ते हैं। योध्दाओं की तरह शत्रु सेना पर आक्रमण कर विजय प्राप्त करते हैं। रणभूमि में अपना पराक्रम दिखाते हैं। ये राजाओं की तरह तेजस्वी दिखते हैं। ऐसे सच्चे वीरों का सर्वत्र सम्मान होता है।


These heroes fight like true fighters.  Like warriors they invade the army of the enemies in the battlefields and win. They show the bravery in the battlefield.  They look stunning like kings.  Such true heroes are universally respected.  Rig Veda 1–85–8


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