फ्यूचर लाइन टाईम्स
हमारी सभ्यता संस्कृति के रक्षक महान प्रतापी राजाओं में से सूर्यवंशी सत्यव्रत के पुत्र महान पराकर्मी राजा हरिश्चंद्र महाराज, जिन्हें उनकी अत्यधिक सत्यनिष्ठा के लिए लगातार कई युगों से लेकर आज के वर्तमान युग में भी उन की यशोगाथा व कई गुणों का गान गाया जाता है ।
सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र की कई कहानीयां आपने सुनी होगी उनकी सत्य के प्रति अत्यंत दृढ़ता, आस्था, विश्वास, आचरण, व्यवहार रूपी प्रेरणा से अमरत्व, सभी प्रकार के सुख के, स्वर्ग, आनंद के द्वार खुल जाते हैं ! इस संसार का आधार सत्य है, यह निर्विवाद है ! यह समस्त सृष्टि, यह पृथ्वी सत्य के आधार पर ही टिकी हुई है ! मनुष्य मात्र जीवन में जितना जितना सत्य आचरण, व्यवहार, कर्म, विद्या की ओर दृढ़ता से कदम बढ़ाता जाएगा उतना उतना वह सत्यस्वरूप परमात्मा की ओर अग्रसर होते हुए परमात्मा के परम् आनंद को प्राप्त करने का अधिकारी भी बनता जाएगा !
0 टिप्पणियाँ