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स्कूल में हुआ जल सरंक्षण व जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ।

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज  जड़ौदा मुजफ्फरनगर में  जल संरक्षण  एवं  जागरूकता  कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती का माल्यार्पणकर डॉ महेश कुमार मुछाल जी एवं प्राचार्य प्रवेंद्र दहिया जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में  जलदूत डॉक्टर महेश कुमार मुछाल ने  विद्यार्थियों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि, 1947 में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता सरकारी आंकड़ों के अनुसार 6000 घन मीटर प्रति वर्ष थी जो घटकर 1917 में 13 सौ मीटर  घन मीटर हो गयी। वैज्ञानिक बताते हैं कि जिस क्षेत्र में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता 1000 घन मीटर हो जाएगी उस क्षेत्र का को जल वंचित क्षेत्र घोषित कर दिया जाएगा।


हमारी पृथ्वी पर 70% पानी है इस 70% पानी का नहीं 97% समुद्री पानी है जो ना पीने योग्य काम का है और न ही किसी रसोई के काम का नहीं नहाने के काम का नहीं पेड़ पौधों के काम का इस पानी के द्वारा हम मकान भी नहीं बना सकते और न ही मकान की चिनाई कर सकते। यदि मकान बना भी दिया जाए तो उस मकान की आयु केवल 10 वर्ष होती है।


दक्षिण अफ्रीका के सबसे सुंदर शहर है केपटाउन उस शहर के चारों तरफ समुद्र है।उस शहर के हर दो किलोमीटर पर समुद्र है उस शहर में भी भूमिगत जल मीठा जल समाप्त हो चुका है । उस शहर में यदि कोई व्यक्ति होटल में ठहरते हैं तो 200ml पानी की बोतल उसे दी जाती है। उसके बाद उसको पानी खरीद कर व्यय करना होता है । इस कार्यक्रम में विद्यालय पप्रधानाचार्य श्री प्रविंद्र दहिया दहिया एवं श्री देवेंद्र सिंह जी ने विद्यार्थियों को जल संरक्षण हेतु प्रेरित किया एवं विद्यालय के अध्यापकों का सहयोग रहा।


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