फ्यूचर लाइन टाईम्स
कुछ कलाकार लोग ताले बनाते हैं। जो ऐसे लोग ताले बनाते हैं, वे उस ताले की चाबी भी अवश्य बनाते हैं। ऐसा कोई भी ताला आज तक नहीं बनाया गया, जिसकी चाबी न बनाई गई हो। क्योंकि बिना चाबी के ताला बनाना व्यर्थ है।
इसी प्रकार से संसार में कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसका कोई समाधान न हो। सभी समस्याओं का कोई न कोई समाधान तो अवश्य होता ही है। लोग उस समाधान को जानते नहीं, जानना चाहते नहीं, जानकर भी उसको आचरण में नहीं लाते। यह अलग बात है।
क्योंकि इस कार्य में पुरुषार्थ करना पड़ता है। और अधिकतर लोग पुरुषार्थ करने से बचते हैं। पुरुषार्थ करना नहीं चाहते। इस कारण से उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता।
ऐसी स्थिति में लोग भ्रांति से यह मान लेते हैं कि हमारी समस्या का संसार में कोई समाधान है ही नहीं।
यदि आपके जीवन में भी समस्याएं हों, तो आप भी ऐसा न मानें, कि आपकी समस्या का कोई समाधान नहीं है। आप अपनी समस्या को अपने माता-पिता भाई-बहन मित्र संबंधी आदि लोगों को बताएँ। सरकार को बताएँ। पुलिस पंचायत आदि को बताएं। समाज के उत्तम हितैषी विद्वानों को बताएँ। कोई न कोई समाधान आपको अवश्य मिल जाएगा।
जब वे समाधान बताएंगे, तो उनके बताए हुए समाधान रूपी शब्द, चाबी का काम करेंगे । और आपकी समस्या रूपी ताले को खोल देंगे।
यदि किसी के पास इस प्रकार की चाबियाँ हैं, उत्तम ज्ञान रुपी शब्दों का भंडार है, वह उन चाबियों का सही रीति से, सही अवसर पर प्रयोग करना भी जानता है, तो वह अपने उस ज्ञान भंडार रूपी शब्द रूपी चाबियों से किसी भी ताले को खोल सकता है। किसी भी व्यक्ति के हृदय की बात बाहर निकाल सकता है। और उन शब्दों का उचित प्रयोग करते हुए किसी भी दुष्ट व्यक्ति का मुंह बंद भी कर सकता है। उसके शब्द ताले की चाबियों के समान कार्य करते हैं।
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