पडी समय से होड ,खीच मत तलवों से कांटे झुककर ।
फूंक-फूंक चलती न जवानी चोटों से बचकर झुककर : रामधारी सिंह दिनकर
किसी भी राष्ट्र के लिए युवा अमूल्य निधि होता है, राष्ट्र की उन्नति युवाओं पर ही निर्भर करती है । क्रांति, परिवर्तन व उन्नति युवाओं के बिना सम्भव नही । किसी भी राष्ट्र की सामाजिक ,आर्थिक और राजनीतिक उन्नति युवा शक्ति की सकारात्मक भागीदारी पर निर्भर करती है ।वर्तमान मे भारतीय युवा शक्ति ने प्रत्येक क्षेत्र मे अपना परचम लहरा रखा है । सेना हो या समाज सेवा , राजनीति का क्षेत्र हो या विज्ञान का क्षेत्र ,प्रशासन हो या प्रबंधन या फिर खेल ,सभी क्षेत्रों मे युवा शक्ति ने राष्ट्र का मस्तक ऊंचा करने का कार्य किया है ।
कारगिल मे अपनी शहादत देकर दुश्मन को परास्त करने का कार्य करने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवान युवा ही थे। जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता के मस्तक पर आंच न आने दी और हंसते- हंसते मां भारती पर बलिदान हो गए ।
मांउट एवरेस्ट पर चढने वाले युवा पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी हो या फिर हाल ही मे एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाले युवा पर्वतारोही सागर कसाना युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं । एक महीने मे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पांच पदक जीतकर देश ही नहीं दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाली युवा एथलीट हिमा दास ने एक अद्भुत उदाहरण भारतीय युवाओं के लिए पेश किया है जो लम्बे समय तक स्मरण किया जाता रहेगा।
राजनीतिक क्षेत्र मे युवाओं के योगदान की बात करें तो हाल ही मे देश की संसद मे अनुच्छेद 370 पर अपनी बात रखने वाले लद्दाख के युवा सांसद जेम्यांग टी.नामग्याल ने देश ही नहीं दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया तो ऐसे ही एक ओर युवा सांसद बंग्लुरू दक्षिण से तेजस्वी सूर्य के रूप मे देश को मिला है।
इतना सब कुछ होने के बाद भी देश की युवा शक्ति का 100 प्रतिशत राष्ट्र निर्माण मे योगदान नहीं हो पा रहा है जो कि चिंता का विषय है ।
भारत दुनिया का सबसे अधिक युवा आबादी वाला देश है जहाँ पर 10-24 आयु वर्ग के सर्वाधिक युवा हैं और 65 प्रतिशत नागरिक 35 वर्ष से कम आयु के हैं ।
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार युवा अवस्था तूफान की अवस्था होती है । युवा अवस्था मे प्रत्येक युवा काल्पनिक अश्वों पर सवार होकर विचरण करते हैं। दिव्य स्वप्नों मे मग्न रहते हैं यह सब क्षणिक और अस्थायी होता है जब तक उनका वास्तविकता से परिचय होता है तब तक काफी विलंब हो चुका होता है । कुछ युवा समय रहते सचेत हो जाते हैं और वे अपने स्वप्नों को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम करते हैं वो सफल होकर राष्ट्र के निर्माण मे अपना योगदान देते हैं ।
कुछ के सपने केवल सपने ही रह जाते हैं।
ऐसे युवा जिनके सपने साकार नहीं हो पाते उनमे से कुछ अपने रास्ते से विमुख होकर असामाजिक और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों मे संलिप्त हो जाते हैं नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार दिसम्बर 31,2016 को 4,33003 अपराधी भारत की जेलों मे हैं और दिसम्बर 31,2016 तक भारत मे कुल 1412 जेल हैं।जबकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार मार्च 31,2019 तक 907 विश्वविद्यालय हैं। जो कि अत्यंत चिंता का विषय है।
युवाओं को सही दिशा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा नीति 2014 लागू की है और प्रधानमंत्री की अध्यक्षता मे युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम योजना को मंजूरी दी । जिसके लिए 1160 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया गया । जिसके अन्तर्गत रोजगार एवं कौशल विकास सहित 11 क्षेत्र बनाये गये हैं जिससे देश का युवा लाभान्वित होकर अपनी ऊर्जा राष्ट्र निर्माण मे लगा सके
0 टिप्पणियाँ