फ्यूचर लाइन टाईम्स
गढ़वा : झारखण्ड के पूर्व मंत्री-चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे के बड़े पुत्र कांग्रेसी युवा नेता-अजय दुबे की मौत रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज के क्रम में सोमवार को हो गयी थी।
अंतिम संस्कार में उपस्थित रो रो कर बुरा हाल था युवा नेता के समर्थकों का कहना था कि हमने सोमवार को झारखंड का युवा सपूत एक तेजतर्रार युवा नेता को खो दिया मंगलवार को अंतिम दाह-संस्कार के लिए पैतृक आवास कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत पतीला पंचायत के चोका गांव में 12:30 बजे शव लाया गया। शव लाने के क्रम में जगह-जगह कार्यकर्ताओं व चहेते लोगों की खूब भीड़ होती नजर आयी। पैतृक आवास पर अजय दुबे का शव पहुंचते ही पूरा गांव रो पड़ा। पार्थिव शरीर को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। साथ ही बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान व महिलाएं पूरे प्रखण्ड क्षेत्र से ही सुबह से ही उनके आवास पर लोगों का तांता लगा रहा। बता दें कि प्रखण्ड के भंडरिया, सोहगाड़ा,रानाडीह,मोखापी,कोरगायीं,जयनगरा, खरौंधा व बेलहत के सैकड़ों लोग सड़क के किनारे अंतिम रूप के दर्शन के लिए खड़े थे। वहां से सोन व कोयल नदी के संगम स्थित तट पर अंतिम दाह-संस्कार किया गया। इस दुःख की घड़ी में सभी पार्टी के नेताओं,मुखिया गण, युवा, जैसे- बिट्टू पाठक,पी यादव,अभिमन्यु सिंह उर्फ बब्लू सिंह,नरेश प्रसाद सिंह,पिंकू पांडेय, चिंटू दुबे,सुधीर दुबे,अजय सिंह,रामलला दुबे, गुड्डू सिंह,पंचायत मुखिया-पूजा सिंह,नीरज सिंह, कृष्णा दास सहित अन्य गणमान्य लोगों ने शव यात्रा में शामिल होते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित कर काफी शोक जताया। मझिआंव-विश्रामपुर विधानसभा सभा क्षेत्र ने होनहार, शिक्षित,कर्मठ व जुझारू नेता को खोया,जिससे कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सम्पूर्ण क्षेत्र में मातम पसर गया। मृतक कांग्रेसी युवा नेता-अजय दुबे के पिता- ददई दुबे,भाई-अभय कुमार दुबे,अविनाश कुमार दुबे व पुत्र-पूर्णेन्दु शेखर ने दिया। जबकि मुखाग्नि पुत्र-पूर्णेन्दु शेखर दुबे ने दिया। मौके पर-हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ थी।
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