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नवम्बर 29,2019 का वेदमंत्र,अनुवाद

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


श्रीणन्नुप स्थाद्दिवं भुरण्यु स्थातुश्चरथमक्तून्व्यूर्णोत्।
परि यदेषामेको विश्वेषां भुवद्देवो देवानां महित्वा॥ ऋग्वेद १-६८-१।।


हे परमेश्वर, आप समस्त ब्रह्मांड की ऊर्जा और प्रकाश हैं। आप सभी स्थावर-जंगम और चराचर जगत को धारण किए हुए हो और आप ही सभी रूपों में व्याप्त हो। दिन रात का प्रकाश आप ही हो। सभी विद्वान मनुष्य आपके आशीर्वाद से ही दिव्यगुणयुक्त होते हैं। 


O God, You are  the power and light of the universe. You sustain and pervades  all moving and non-moving  forms of existence. You brighten  day and night with Your presence. All learned people attain divinity with  Your blessings. Rig Veda 1-68-1


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