फ्यूचर लाइन टाईम्स
ऋतस्य देवा अनु व्रता गुर्भुवत्परिष्टिर्द्यौर्न भूम।
वर्धन्तीमापः पन्वा सुशिश्विमृतस्य योना गर्भे सुजातम्॥ ऋग्वेद १-६५-२।।
प्रबुद्ध जिज्ञासु स्वयं को दिव्य सत्य मार्ग को समर्पित कर देते हैं। इसलिए वो कभी असफल नहीं होते। जहां सत्य है वहां परमेश्वर का प्रकाश है। तुम्हें परमेश्वर को अपने अंत:करण में प्रकट करने के लिए सत्य के पथ पर चलना चाहिए और उत्तम कर्म करने चाहिए।
Enlightened seekers dedicate themselves to the divine law of truth so they never get failed. They search for the light of God. The light of God is manifested wherever truth is. You should also manifest Him within yourself by moving on the path of truth and doing noble deeds. Rig Veda 1-65-2
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