फ्यूचर लाइन टाईम्स
फ़िर देश में जो निंदनीय और शर्मसार करने वाली घटना प्रियंका रेड्डी के बलात्कार और हत्या के रूप में हुई है उससे फ़िर ये बात जाहिर हुई है कि अभी भी महिलाएँ हमारे देश में सुरक्षित नहीं है और उसके लिए हम सभी को प्रयास करने होंगेl मैं प्रियंका रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपनी लिखी ग़ज़ल के माध्यम से यही कहूँगा कि
अलख अब दिलों में जगानी पड़ेगी,
हकीकत सभी को बतानी पड़ेगीl
हटा लो तिमिर अब उजालों को लाओ,
नई रोशनी अब जलानी पड़ेगीl
कहीं कल न कोई बने फ़िर दरिन्दा,
तो बेटी को ताकत दिखानी पड़ेगीl
बुराई का कोई न मजहब है होता,
रवायत बुरी ये हटानी पड़ेगीl
न समझे अगर जो कोई प्यार से भी,
तो बेटी को खंजर उठानी पड़ेगीl
कहीं बुझ न जाए दिया तेरे घर का,
मुहिम सबको मिलकर चलानी पड़ेगीl
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