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माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

 फ्यूचर लाइन टाईम्स 


माहवारी स्वच्छता प्रबंधन को लेकर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न


माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर एक जागरूकता कार्यशाला ग्राम पंचायत कलछीना विकासखंड भोजपुर में मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद अस्मिता लाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं एवं महिलाओं तथा आसपास के बुजुर्गों ने भाग लिया । कार्यक्रम में बच्चियों बालिकाओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सभी बालिकाओं के समक्ष इस बात की प्रस्तुति दी गई कि माहवारी के समय प्रचलित अंधविश्वास और रूढ़ियों को दूर करें और घर में इसके विषय में स्वस्थ वार्ता कर इसका उचित प्रकार से निस्तारण करें । इस संबंध में एक पपेट शो के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया गया। यह अत्यंत आवश्यक है कि बालिकाएं एवं महिलाओं इस संबंध में किसी भी प्रकार की शर्म एवं लज्जा का अनुभव न करें। इस बात के लिए उपस्थित सभी को जागरूक कर  प्रेरित किया गया कि माहवारी का प्रबंधन जानना और उस समय सावधानियां रखा जाना कितना आवश्यक है  यदि माहवारी को छुपाया जाएगा उसका स्वच्छता पूर्ण ढंग से प्रबंधन नहीं किया जाएगा गंदे कपड़ों का इस्तेमाल किया जाएगा तो विभिन्न रोग हो सकते हैं जो महिलाओं के लिए अत्यंत कष्टकारी होने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा इस बात के लिए जागरूक किया गया कि कोई भी बालिका इसको ना छुपाए। यह सामान्य बात है जो सभी बच्चियों व महिलाओं के साथ होती है। वह सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करें।महावारी का उचित प्रकार से प्रबंधन करने साफ सफाई रखने से बालिका स्वस्थ रहेगी। एक स्वस्थ बालिका ही एक स्वस्थ महिला होगी और एक स्वस्थ महिला ही एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकेगी और परिवार सुरक्षित, स्वस्थ एवं खुशहाल रह सकेगा। उस समय खानपान का विशेष ध्यान रखें। छुआछूत अंधविश्वासों पर ध्यान ना दें। यह एक सामान्य बात है और इसके लिए किसी भी प्रकार से अपने मन में कोई दुविधा ना रखें इसके कारण न तो कोई बीमारी पैदा होती है ना कोई अन्य परेशानी होती है। सभा में जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वैष््णवे, जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी, डीपीसी फारूक राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य चिकित्सक डॉ पारुल सिरोही, गांव के बहुत से ग्रामीण वृद्धजन स्कूल की बालिकाएं एवं अन्य लोग उपस्थित थे। 


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