फ्यूचर लाइन टाईम्स
संसार में बहुत से लोग अपना भविष्य जानने को उत्सुक रहते हैं। सुबह सुबह अखबार में पढ़ेंगे, टेलीविजन में देखेंगे कि मेरा आज का दिन कैसा रहेगा? किसी ज्योतिषी के पास जाएंगे, उससे पूछेंगे, मेरा भविष्य कैसा है इत्यादि।
आप थोड़ा गंभीरतापूर्वक सोचिए, जो व्यक्ति अपना भविष्य स्वयं नहीं जानता, वह दूसरे का भविष्य कैसे जानेगा? और क्या बताएगा?
व्यक्ति कर्म करने में स्वतंत्र है या परतंत्र? स्वतंत्र। दूसरे लोग भी तथा आप भी स्वतंत्र हैं। स्वतंत्र का अर्थ क्या होता है? अपनी इच्छा से काम करना, या दूसरे की इच्छा से? अपनी इच्छा से।
जब व्यक्ति अपनी इच्छा से कर्म करने में स्वतंत्र है, और उसने अभी तक कोई योजना बनाई ही नहीं, तो उसका भविष्य पहले से ही कोई दूसरा व्यक्ति कैसे जान लेगा?* इस बात पर सोचिए। गंभीरता से सोचिए। तो आपको समझ में आ जाएगा कि *जब मैंने ही कोई योजना अब तक नहीं बनाई, तो दूसरा व्यक्ति अर्थात ज्योतिषी, मेरी भविष्य की योजना को कैसे जान सकता है?
जब आपको यह समझ में आएगा, तब आप स्वीकार कर लेंगे, कि भविष्यफल सब झूठ है। तब आप किसी बात की व्यर्थ में चिंता नहीं करेंगे। तो जो लोग अपना भविष्य अच्छा अच्छा बनाना चाहते हैं, उनको तीन काम करने पड़ेंगे।
1- ईमानदारी से काम करें
2- बुद्धिमत्ता से काम करें
3- पूरी मेहनत से काम करें
जो व्यक्ति ये तीन काम कर लेगा, उसका भविष्य बहुत अच्छा है , वह सर्वत्र सफल होगा और जो इन 3 में गड़बड़ करेगा, उसका भविष्य अवश्य ही बिगड़ेगा। इसलिए इन 3 चीजों को सुधारने की आवश्यकता है, और कहीं भटकने की आवश्यकता नहीं है। भूतकाल - अपना भूतकाल तो आप सब जानते ही हैं। उसको ज्योतिषी के मुंह से सुनने से कोई लाभ नहीं।
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