फ्यूचर लाइन टाईम्स
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री भारत सरकार , अमित शाह गृहमंत्री भारत सरकार व योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से पत्र लिखकर मांग की है कि अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर कारसेवकों से मुकदमा वापस हो ।
दिनांक 9 नवम्बर 2019 का माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा लम्बे कानूनी लडाई के बाद साक्ष्यों एवं सबूतों के आधार पर श्रीरामलला के पक्ष में पाँचों जजों के पीठ ने फैसला सुनाया जिसको देश के सभी वर्गों ने स्वीकार किया है तथा यह सर्वोच्य न्यायालय द्वारा अब स्पष्ट हो गया की वहाँ मन्दिर ही था इसी कड़ी में आपसे मेरी तीन मांग मुख्य है : चूंकि अब स्पष्ट हो गया कि श्रीरामलला निविवादित मन्दिर है इसलिए उसके उपर बने गुम्बद भी मन्दिर का शिखर था नाकि किसी बाबरी मस्जिद का , इसलिए अब अनजाने में मन्दिर के शिखर के तोड़ने वाले श्रीराम भक्तों कारसेवकों पर चल रहे बाबरी मस्जिद के गुम्बद तोड़ने वाले केस को अविलम्ब सरकार द्वारा वापस लेकर समाप्त किया जाए । सन 1992 या अन्य कारसेवा में सरकार या अन्य परिस्थितियों में कारसेवा के दौरान मारे गये श्रीराम भक्तो कारसेवकों को शहीद का दर्जा दिया जाए एवं उनकी सूची पट्टिका तैयार कर अयोध्या में लगाई जाए साथ ही उनके परिवार को आर्थिक सहयोग एवं नौकरी दिया जाए । श्रीराम मन्दिर निर्माण हेतु कारसेवा करने वाले जीवित सभी श्रीराम भक्तों कारसेवकों को स्वतंत्रता सेनानी के तर्ज पर थार्मिक सेनानी घोषित कर आर्थिक रूप से कमजोर " धार्मिक सेनानियों को मासिक वेतन या अन्य सरकारी सुविधाएं दिया जाएं ।
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